पहली नज़र का प्यार
पहली नज़र का प्यार
एक बार की बात है, एक छोटे से शहर में रहने वाली आराध्या नाम की एक लड़की थी। उसकी आँखें मानो दो तारे सी चमकती थीं और हँसी इतनी मधुर थी कि हर कोई उसका दीवाना हो जाता था। आराध्या एक किताबों की कीड़ी थी और अक्सर शहर के पुराने बाजार में किताबें खरीदने जाती थी।
एक दिन, पुराने बाजार में घूमते हुए आराध्या की नज़र एक पुरानी किताबों की दुकान पर पड़ी। दुकान के अंदर धूल भरी किताबों की महक ने उसे अपनी ओर खींचा। दुकान के अंधेरे कोने में एक युवक किताबों में खोया हुआ बैठा था। उसकी गहरी आँखें और लंबे बालों ने आराध्या का दिल धड़का दिया। वह युवक, विहान, एक प्रसिद्ध लेखक था जो अपनी पहचान छुपाकर इस छोटे से शहर में रहता था।
आराध्या विहान से मिली और दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। उन्हें एक-दूसरे में बहुत कुछ समान लगा। घंटों तक वे किताबों और अपने सपनों के बारे में बात करते रहे। आराध्या को विहान की रचनात्मकता और ज्ञान बहुत पसंद आया और विहान को आराध्या की मासूमियत और जिज्ञासा।
धीरे-धीरे, दोनों के बीच दोस्ती गहरी होती गई। वे हर रोज मिलने लगे और शहर के कोने-कोने में घूमते रहे। विहान आराध्या को अपनी कहानियां सुनाता था और आराध्या विहान को अपने सपनों के बारे में बताती थी।
एक दिन, विहान ने आराध्या से कहा, "तुम बहुत खूबसूरत हो, आराध्या।"
आराध्या शरमा गई और कहा, "आप भी कम नहीं हैं, विहान।"
उस पल दोनों ने महसूस किया कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं। यह एक पहली नज़र का प्यार था, जो धीरे-धीरे एक गहरे प्यार में बदल गया था।
लेकिन, उनकी खुशी ज्यादा दिन नहीं रही। विहान को अपनी पुस्तक का प्रकाशन समारोह में शामिल होने के लिए शहर छोड़ना पड़ा। जाने से पहले, उसने आराध्या से वादा किया कि वह जल्द ही वापस आएगा।
विहान के जाने के बाद, आराध्या बहुत उदास रहने लगी। उसे विहान की याद बहुत आती थी। लेकिन, उसने उम्मीद नहीं छोड़ी और विहान के लौटने का इंतजार करती रही।
कुछ महीनों बाद, विहान वापस आया। उसने आराध्या से शादी करने का प्रस्ताव रखा और आराध्या ने हां कह दी।
और इस तरह, पहली नज़र का प्यार एक खूबसूरत प्रेम कहानी में बदल गया।
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