बारिश एक आशीर्वाद है
बारिश एक आशीर्वाद है
काले बादल छम छम बरस रहे,
धरती माँ की प्यास बुझा रहे।
हरियाली चारों ओर फैली,
मानो प्रकृति ने नई जाम पहनी।
बूंद-बूंद से धरती भीगी,
मानो स्वर्ग से अमृत बरसा।
पेड़ों ने खोले अपने आँचल,
पिया यह प्रकृति का जल।
नदियाँ उफन रही हैं,
मानो कह रही हैं, ‘हम जी रहे हैं’।
मछलियाँ मस्ती से तैर रही,
नई जिंदगी की ओर बढ़ रही।
बारिश में कागज़ की नाव बह रही।
दोस्तों के साथ खेल रहे थे,
गीले कपड़ों में भी खुश थे।
कभी धीरे, कभी तेज़ बरसे,
संगीत की तरह ध्वनि बिखरसे।
नभ में बिजली चमक रही,
धरती को रोशन कर रही।
आज भी बारिश की बूंदें,
मुझे ले जाती हैं बचपन के दिनों में।
जब चिंताएं थीं दूर,
और मन था निश्चिंत।
बारिश एक आशीर्वाद है,
प्रकृति का एक अद्भुत नज़ारा।
यह हमें जीवन का सच सिखाती है,
कि मुश्किलों के बाद खुशी आती है।
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