सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

दिसंबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य की आधुनिक मीरा

महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य की आधुनिक मीरा म हादेवी वर्मा हिंदी साहित्य की एक ऐसी प्रतिभाशाली कवयित्री थीं, जिन्होंने अपनी रचनाओं से लाखों दिलों को छुआ। उन्हें आधुनिक युग की मीरा भी कहा जाता है। उनकी कविताएँ प्रेम, विरह, प्रकृति और आध्यात्मिकता के गहरे अनुभवों को व्यक्त करती हैं। प्रारंभिक जीवन जन्म: 26 मार्च, 1907 को फ़र्रूख़ाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। शिक्षा: उन्होंने संस्कृत में एम.ए. किया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की। परिवार: उनके परिवार में सात पीढ़ियों बाद पहली बेटी होने के कारण उनका नाम महादेवी रखा गया। साहित्यिक यात्रा छायावादी युग: महादेवी वर्मा छायावादी युग की प्रमुख कवयित्री थीं। उन्होंने इस युग की अन्य प्रतिष्ठित कवियों जैसे जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला और सुमित्रानंदन पंत के साथ हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। रचनाएँ: उनकी प्रमुख रचनाओं में 'यामा', 'मेरा परिवार', 'पथ के साथी' आदि शामिल हैं। इन रचनाओं में उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभवों और समाज के प्रति अपनी संवेदनाओं को बड़ी खूबसूरती से व्यक्त किय...

हर पल तेरी ही याद सताती है

हर पल तेरी ही याद सताती है का ली रातें, तारे टिमटिमाते, मन मेरा तेरी यादों से घिरा सा रहता है। हर पल तेरी ही याद सताती है, ऐसा लगता है, मानो तू पास ही बैठा है। खिड़की से झांकूँ, तो हवाएँ तेरी ही बातें करती हैं, हर पत्ते पर तेरा ही नाम लिखा हुआ लगता है। तेरी आँखों का नूर, मेरी रातों को जगमगाता है, पर तू दूर है, ये दर्द सहन नहीं होता। मैं परिंदा हूँ, पिंजरे में बंद, तू मेरा आसमान, दूर है बहुत दूर। पंख फैलाना चाहता हूँ, तेरी ओर उड़ने को। मन बेचैन सा, जैसे सागर की लहरें, तू दूर है, तो कैसे जी लूँ ये क्षण। हर पल तेरी ही आस लगाए, कब मिलेगा, ये पल पुनः। दिल का सागर है खाली, तेरे बिना, ये जीवन बेकार । हर कण में तेरी यादें, दिल में धड़कती, बेताब।

प्रकृति की गोद में शांति मिलती है

प्रकृति की गोद में शांति मिलती है मा नव जीवन सदैव से प्रकृति से अटूट रूप से जुड़ा रहा है। प्रकृति की गोद में रहकर ही मनुष्य ने विकास किया है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जब हम तनाव, चिंता और प्रदूषण से घिरे रहते हैं, तब प्रकृति की ओर लौटना हमारे लिए एक वरदान साबित होता है। प्रकृति की गोद में शांति मिलती है, यह बात हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि आखिर क्यों? प्रकृति का हर दृश्य, हर आवाज, हर रंग हमारे मन को मोहित करता है। पेड़ों की हरी-भरी पत्तियां, फूलों की मनमोहक खुशबू, पक्षियों का मधुर संगीत, बहते हुए नदी का जल, ये सभी हमारे मन को शांत करते हैं। जब हम प्रकृति के करीब होते हैं, तो हम खुद को दुनिया की भागदौड़ से दूर महसूस करते हैं। हमारी सारी चिंताएं और तनाव दूर हो जाते हैं। प्रकृति हमें सिखाती है कि जीवन कितना सुंदर है। सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा, बदलते मौसम, बारिश की बूंदें, ये सभी हमें जीवन के विभिन्न रंगों से रूबरू कराते हैं। प्रकृति हमें सिखाती है कि हर चीज में एक सुंदरता छिपी होती है। बस हमें उसे देखने के लिए थोड़ा सा समय निकालना होता है।प्रकृति हमें धैर्य औ...

हर अनुभव हमें कुछ नया सिखाता है

हर अनुभव हमें कुछ नया सिखाता है जिं दगी की यात्रा में हम अनेक अनुभवों से गुज़रते हैं। ये अनुभव हमारे जीवन को रंगीन बनाते हैं, हमें नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं और हमें मजबूत बनाते हैं। हर एक अनुभव, चाहे वह सुखद हो या दुःखद, हमारे भीतर कुछ नया जगाता है, हमें कुछ नया सिखाता है। कभी-कभी हम जीवन की चुनौतियों से घिर जाते हैं, लगता है कि जैसे हमारी दुनिया उजड़ रही हो। लेकिन यही चुनौतियां हमें मजबूत बनाती हैं। इन चुनौतियों का सामना करते हुए हम अपने भीतर एक नई शक्ति का अनुभव करते हैं। हम सीखते हैं कि असंभव कुछ नहीं होता, बस हमें अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना होता है।हमारे जीवन में आने वाले लोग भी हमें बहुत कुछ सिखाते हैं। हमारे माता-पिता हमें जीवन के मूल्य सिखाते हैं, हमारे शिक्षक हमें ज्ञान देते हैं, हमारे मित्र हमारे साथ दुःख-सुख बाँटते हैं। इन सभी लोगों से मिलकर हम सीखते हैं कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्या है। यात्रा करना भी एक ऐसा अनुभव है जो हमें बहुत कुछ सिखाता है। जब हम नए-नए स्थानों पर जाते हैं, तो हम अलग-अलग संस्कृतियों, लोगों और रीति-रिवाजों के बारे में जानते हैं। इससे हमारा दृष्टिको...

एक बेहतर इंसान कैसे बने

एक बेहतर इंसान कैसे बने ह म सभी अपने जीवन में एक समय ऐसा आता है जब हम सोचते हैं कि हम एक बेहतर इंसान कैसे बन सकते हैं। यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हर व्यक्ति के लिए अलग होता है। क्योंकि बेहतर इंसान बनना सिर्फ एक लक्ष्य नहीं है, बल्कि एक निरंतर चलने वाली यात्रा है। यह एक ऐसा सफर है जिसमें हम खुद को जानते हैं, अपनी कमजोरियों को स्वीकार करते हैं और अपनी ताकत को बढ़ाते हैं। बेहतर इंसान बनने का मतलब है कि हम दूसरों के साथ बेहतर व्यवहार करें, अपने आप पर विश्वास रखें और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखें। यह मतलब यह भी है कि हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें और हमेशा सीखने और बढ़ने के लिए तैयार रहें। दूसरों के साथ बेहतर व्यवहार बेहतर इंसान बनने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है दूसरों के साथ बेहतर व्यवहार करना। इसका मतलब है कि हम दूसरों को सम्मान दें, उनकी बात सुनें और उनकी मदद करें। हमें हमेशा दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए और उनके साथ सहानुभूति रखनी चाहिए। जब हम दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं, तो वे भी हमारे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं और हमारे रिश्ते मजबू...

आदमी को मालूम नहीं कब किससे कैसे लें दुआ

आदमी को मालूम नहीं कब किससे कैसे लें दुआ बी स से बीस हजार हर्ट्ज की आवाज से कमोबेश सुनने की क्षमता नहीं मनुज को ये तथ्य मिथक नहीं विज्ञान सम्मत है शून्य से एक सौ अस्सी डेसीबल तक की  ध्वनि  महसूस कर सकता मनुष्य जाति! इससे कम वॉइस में फुसफुसाता विषाणु,  जीवाणु, अलगी, फंगस और पादप प्राणी! इससे अधिक आवाज में सरसराती हवा  गड़गड़ाती धरा,हुंकार भरता है सौर मंडल,  टिमटिमाते तारे,झिलमिलाती आकाशगंगा,  चमकती बिजली,तूफानी आहट भूकंप की  कंपकंपी,मौत की घंटी मानव  सुनता नहीं!   लेकिन रंभाने लगती घर बथान की गाय, आभास पा लेता कुत्ता,बिल्ली,खरगोश,मोर, सियार,शेर,हाथी,पशु-पक्षी सुरक्षित हो लेता  ठिकाने में पर जमींदोज हो जाता आदमी! आदमी जो इतराता है भाषा का विकास कर, वायुयान से जमीं आसमान एक कर देने पर तोप, मिसाइल, आग्नेयास्त्र कर के प्रक्षेपित,  जो पहले जमाने के अस्तित्व में विकसित! रावण उड़ाता था पुष्पक यान लंका से कैलाश  फिर रावणेश्वर महादेव वैद्यनाथधाम, देवघर  त्रिकुटी पर्वत शिखर पर अवस्थित हैलीपेड पर जहां आज बना एशिया का सबसे बड़ा रोप-वे,...

हर समस्या में एक अवसर छिपा होता है

हर समस्या में एक अवसर छिपा होता है क हते हैं, "हर समस्या में एक अवसर छिपा होता है।" यह कहावत सुनने में तो आसान लगती है, लेकिन इसकी गहराई में उतरने पर हमें जीवन की कई सच्चाइयां नजर आती हैं। जीवन की यात्रा में हम सभी को कभी न कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ये मुश्किलें चाहे छोटी हों या बड़ी, ये हमें अंदर से तोड़ने की कोशिश करती हैं। लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि ये मुश्किलें हमें कुछ नया सिखाने आती हैं? क्या ये हमें मजबूत बनाने के लिए होती हैं? जब हम किसी समस्या का सामना करते हैं, तो सबसे पहले हम डर जाते हैं, निराश हो जाते हैं। हमें लगता है कि हम इस मुश्किल से बाहर नहीं निकल पाएंगे। लेकिन अगर हम थोड़ा सा धैर्य रखें और इस समस्या को एक चुनौती के रूप में देखें, तो हम इसमें छिपे अवसर को ढूंढ सकते हैं। हर समस्या एक नई सीख लेकर आती है। यह हमें अपनी कमजोरियों को पहचानने और उन्हें दूर करने का मौका देती है। यह हमें अपनी क्षमताओं को पहचानने और उनका उपयोग करने का अवसर देती है। कई बार, समस्याएं हमें नए रास्ते दिखाती हैं। जब हम किसी पुराने रास्ते पर फंस जाते हैं, तो समस्याएं हमें एक...