बातूनी चिड़िया टुनटुन
कौवे ने बताया, "मैं बहुत दिनों से उड़ नहीं पा रहा हूँ। मेरी पंख टूट गए हैं।"
टुनटुन ने कौवे को दिलासा दिया और कहा, "चिंता मत कीजिए। मैं आपको डॉक्टर बंदर के पास ले चलती हूँ। वह आपको जल्दी ठीक कर देगा।"
टुनटुन कौवे को डॉक्टर बंदर के पास ले गई। डॉक्टर बंदर ने कौवे के पंखों का इलाज किया और कुछ दिनों में ही कौवा फिर से उड़ने लगा। कौवा बहुत खुश हुआ और टुनटुन को धन्यवाद दिया।
इसके बाद से, टुनटुन जंगल की सबसे लोकप्रिय चिड़िया बन गई। हर कोई उसकी बातें सुनना पसंद करता था। टुनटुन हमेशा दूसरों की मदद करती थी और सभी से दोस्ती करती थी।
कहानी का संदेश:
- दोस्ती की कीमत: टुनटुन ने कौवे की दोस्ती की और उसकी मदद की। इससे हमें यह सीख मिलती है कि दोस्ती कितनी कीमती होती है।
- दूसरों की मदद करना: टुनटुन ने कौवे की मदद की। इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए।
- खुश रहना: टुनटुन हमेशा खुश रहती थी और दूसरों को भी खुश रखती थी। इससे हमें यह सीख मिलती है कि खुश रहना कितना जरूरी है।
क्या तुम भी टुनटुन की तरह बातूनी हो? क्या तुम्हारे भी कोई दोस्त हैं जिनकी तुम मदद करते हो?
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