भूतिया कुत्ता और खोया हुआ खिलौना
एक दिन, रोहन और टोनी बगीचे में खेल रहे थे। टोनी अपना पसंदीदा लाल गेंद लेकर खेल रहा था। अचानक, गेंद एक बहुत ही पुराने पेड़ के नीचे जा गिरी। पेड़ इतना पुराना था कि लोग कहते थे कि उसमें एक भूत रहता है।
रोहन डर गया, लेकिन टोनी गेंद को वापस लाने के लिए पेड़ के पास गया। रोहन ने टोनी को बुलाया, लेकिन टोनी वापस नहीं आया। रोहन बहुत उदास हो गया।अंधेरा होने लगा था। रोहन को बहुत डर लग रहा था। उसने अपने पिता को बुलाया। रोहन के पिता पेड़ के पास गए और टोनी को ढूंढने लगे।
तभी, उन्हें एक आवाज सुनाई दी। “मैंने तुम्हारा खिलौना ले लिया है।” आवाज पेड़ से आ रही थी। रोहन और उसके पिता डर गए।
तभी, एक छोटा सा कुत्ता पेड़ से बाहर निकला। वह टोनी से बहुत मिलता-जुलता था, लेकिन उसके बाल सफेद थे। कुत्ते के मुंह में रोहन का लाल गेंद था।
रोहन ने देखा कि कुत्ता बिल्कुल भी डरावना नहीं है। वह बहुत ही प्यारा था। कुत्ते ने रोहन को गेंद दी और उसकी पूंछ हिलाई।
रोहन ने पूछा, “तुम कौन हो?”
कुत्ते ने कहा, “मैं इस पेड़ का रखवाला हूँ। मैं टोनी जैसा दिखता हूँ, इसलिए मैंने तुम्हारा खिलौना ले लिया था।”
रोहन ने कुत्ते को धन्यवाद दिया और टोनी को गले लगा लिया। रोहन को पता चला कि भूत डरावने नहीं होते हैं। वे भी दोस्त बन सकते हैं।
कहानी का संदेश:
- डरने की कोई जरूरत नहीं है, कभी-कभी चीजें वैसी नहीं होती जैसी लगती हैं।
- दोस्ती की कोई सीमा नहीं होती।
- हमेशा दयालु बनो।
तुम्हें यह कहानी कैसी लगी? क्या तुम भी कभी किसी भूत से मिले हो?