5G के जमाने में भी नेटवर्क की कमी
5G के जमाने में भी नेटवर्क की कमी
बैठी अंदर मैं, जमाना आगे बढ़ गया,
न जाने कितने गांवों को ये समस्या सता रही,
ऑनलाइन हो गया है जीवन का सारा काम,
मगर गांव में नेटवर्क का नहीं है कोई नाम,
सिग्नल के लिए चल पड़े जंगल की ओर,
वहां जानवर भी हंस पड़े, देख कर हमारी ओर,
आधा अधूरा काम किए, डर कर फिर घर दिए,
एक खंभा यहां भी गढ़वा दो ना,
गांव में नेटवर्क हमे भी दिला दो ना,
सुना है डिजिटल लाया सुविधा हजार,
लैपटॉप में भी सुविधाओं की बहार,
अब तो हम भी सीखना चाहेंगे,
दिन चौगुनी और हर बार हजार।।
- महिमा जोशी
कपकोट, उत्तराखंड
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