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मार्च, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तनाव कम करने के लिए उपाय

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तनाव कम करने के लिए उपाय आ ज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है। काम, परिवार, और अन्य जिम्मेदारियों के बोझ से तनाव का स्तर बढ़ सकता है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तनाव कम करने के लिए कई व्यावहारिक रणनीतियाँ अपनाई जा सकती हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 1. नियमित व्यायाम: व्यायाम तनाव हार्मोन को कम करने और एंडोर्फिन (खुशी के हार्मोन) को बढ़ाने में मदद करता है। दौड़ना, योग करना, या कोई भी गतिविधि जो आपको पसंद हो, उसे नियमित रूप से करें। 2. पर्याप्त नींद: नींद की कमी तनाव को बढ़ा सकती है। इसलिए, हर रात 7-8 घंटे की नींद लेना महत्वपूर्ण है। 3. स्वस्थ भोजन: स्वस्थ और पौष्टिक भोजन तनाव से लड़ने में मदद करता है। फल, सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन करें और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें। 4. ध्यान: ध्यान मन को शांत करने और तनाव कम करने का एक प्रभावी तरीका है। प्रतिदिन 10-15 मिनट ध्यान करने से आपको शांति और आराम महसूस होगा। 5. गहरी सांस लेने की तकनीक: गहरी सांस लेने की तकनीकें तंत्रिका तंत्र को शांत करने और तनाव कम करने में मदद करती

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को रोजगारपरक शिक्षा बनाने की जरूरत

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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को रोजगारपरक शिक्षा बनाने की जरूरत ह मारे देश में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए समय समय पर योजनाएं और नीतियां बनाई जाती रही हैं. नई शिक्षा नीति 2020 इसका प्रमुख उदाहरण है, इस शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य एक ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करना है जिससे सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त हो सके. जिसके माध्यम से देश में विकास और परिवर्तन को संभव बनाया जा सके. खास बात यह है कि इस शिक्षा नीति में राज्यों को यह अधिकार दिया गया है कि वह अपनी आवश्यकतानुसार इसमें परिवर्तन कर सकता है. यह शिक्षा नीति देश के शहरी क्षेत्रों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने में सहायक साबित होगी. इतना ही नहीं, यह नीति छात्रों में उच्च कौशल क्षमता को भी विकसित करेगा जिससे वह रोजगार से जुड़ सकें. दरअसल हमारे देश में पिछले कई दशकों से शिक्षा की ऐसी नीति तो जरूर बनाई जाती रही है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो सके. लेकिन यह नीति उन्हें रोजगार से नहीं जोड़ सकी, जिससे बड़ी संख्या में नौजवान शिक्षा पूरी करने के बाद बेरोजगार रह गए. उन्हें डिग्री के अनुसार

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